टंकी बनी शोपीस…बूंद-बूंद पानी को तरसते ग्रामीण…
गिरीश सोनवानी
देवभोग न्यूज : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी “जल जीवन मिशन” योजना के तहत हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन देवभोग में यह योजना धरातल पर विफल होती नजर आ रही है। शासन की मंशा तो हर घर तक पानी पहुंचाने की है, मगर हकीकत यह है कि एक साल पहले बनी पानी की टंकी से ग्रामीणों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है।
टंकी का निर्माण पूरा, फिर भी सूखी हैं पाइपलाइन : देवभोग में जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी का निर्माण लगभग एक साल पहले पूरा हो चुका है। लेकिन ग्रामवासियों को नियमित और पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। इसका कारण निर्माण कार्य में ठेकेदार और संबंधित विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत बताया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार ने शासन के मापदंडों को नजरअंदाज कर मनमाने तरीके से निर्माण कार्य किया है।
निगरानी के अभाव में भ्रष्टाचार चरम पर : स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्य की उचित निगरानी न होने के कारण ठेकेदार ने मनमानी की और घटिया निर्माण किया। जिससे आज ग्रामीणों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। यदि समय रहते विभागीय अधिकारियों द्वारा इस कार्य की सही तरीके से मॉनिटरिंग की जाती, तो स्थिति इतनी दयनीय न होती।
ग्रामीणों में बढ़ता आक्रोश : पेयजल की इस समस्या से ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। वे अब जिला कलेक्टर दीपक अग्रवाल से शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या प्रशासन इस समस्या का जल्द समाधान करेगा, या फिर ग्रामीणों को ऐसे ही बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना पड़ेगा?