बिलाईगढ़ : भारत वासियों के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने वनवास के दौरान क्या-क्या कष्ट झेले, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। ऐसे में बंगाल का एक युवा उस एहसास को जानने भारत के उन हिस्सों की पदयात्रा कर रहे है जहां श्री राम वनवास के दौरान रहे। इस दौरान वे लोगों से मिलकर राम की प्रति अपने प्रेम व श्रद्धा को प्रकट भी कर रहे हैं और युवाओं से अपने भीतर राम की तरह आचरण रखने की अपील कर रहे हैं। बंगाल के पुरूलिया जिले के बुरदा गांव में के रहने वाले 25 वर्षीय अक्षय अयोध्या से पैदल यात्रा करते हुए आज बिलाईगढ़ और पवनी पहुंचे। इस दौरान युवाओं ने उनका स्वागत किया।
उन्होंने बताया कि वे अपने यात्रा की शुरुआत अयोध्या से किये है। वह अयोध्या से होते हुए प्रयागराज, चित्रकूट, सतना व अमरकंटक के रास्ते से बिलासपुर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि पिछले 36 दिन से वे यात्रा कर यहां पहुंचे हैं।
अक्षय ने बताया कि वे बाल विवाह के खिलाफ भी साइकिल से भारत की यात्रा कर चुके हैं, उन्होंने बताया कि उनकी दो बहने हैं और उनका विवाह बहुत छोटी उम्र में ही कर दिया गया था। यही वजह है कि उन्होंने बाल विवाह के खिलाफ लोगों को जागरूक करने भारत यात्रा की। उन्होंने बताया कि वह इसके अलावा अफ्रीकी देश केन्या, युगांडा, तंजानिया सहित बांग्लादेश की भी यात्रा साइकिल से पूरी कर चुके हैं।